गोरखपुर,( कुलसूम फात्मा ) आसमान पर चढ़ चुकी महंगाई का धीमे-धीमे जमीन पर आना प्रारंभ हो गया है। अब महंगाई में कमी आने से लोगों को राहत मिलेगी खाद्य सामग्री के साथ दाल तेल के रेट में भी कमी आई है। कारण यह है की अरहर की नई फसल आने के साथ इसकी मांग भी कम हो गई है और कीमत में गिरावट आना प्रारंभ हो गई है। महाराष्ट्र तथा झारखंड और छत्तीसगढ़ की दाल मंडी में महंगाई जमीन छूती हुई दिखाई पड़ रही है। इसके साथ ही रिफाइंड ऑयल भी कम रेट पर बिकेगा उम्मीद नजर आ रही है।
जानिए गोरखपुर में सब्जियां –
फल तथा सब्जियों के रेट में गिरावट के साथ दाल और खाद्य तेलों के रेट में भी गिरावट आना प्रारंभ हो गई है। अरहर की दाल के साथ मूंग की दाल और उड़द की दाल मसूर की दाल तथा चने की दाल की कीमत कम होने लगी है। इससे लोगों पर पड़ रही महंगाई का असर कम होगा। आलू तथा गोभी और प्याज जैसी खास सब्जियों के रेट जमीन पर छूते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। अब लगता है किचन का बजट पहले वाले ढर्रे पर आ जाएगा ।
क्योंकि वर्तमान समय में आलू के दाम 15 से ₹20 और परवल तथा करेला को छोड़कर के बाकी सब्जियों के दाम ₹30 किलो से नीचे आ चुके हैं और आटे की कीमत भी काफी हद तक घटी है जिससे लोगों की जेब में पैसा बचना प्रारंभ हो रहा है। यदि हम सरसों के तेल की बात करें तो सरसों के तेल में भी काफी गिरावट आई है लगन का सीजन ना होने की वजह से खाद्य वस्तुओं की मांग भी अब सामान्य हो गई है। मार्केट के जानकारों से जब बात की तो उन्होंने बताया की आने वाले दिनों में तेल तथा दाल के रेट और भी कम होंगे। यह अंदाजा लगाया जा रहा है तेल के भाव अब पाम ऑयल पर निर्भर हो गई है और सरसों के तेल में भी इसकी ब्लेडिंग की जाती है। साथ ही रिफाइंड तेल में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
जाने मार्केट में गिरते हुए भाव।
नाम वर्तमान समय में रेट पूर्व के रेट।
अरहर की दाल 75 83
चने की दाल 52 56
मसूर की दाल 61 66
आटा 19 20
चना 52 60
मूंग की दाल 105 110
उड़द की दाल 100 104
रिफाइंड 106 111
सरसों का तेल 132 137